The Family Man: बॉलीवुड के बेहतरीन और दमदार अभिनेता मनोज बाजपेयी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनकी एक्टिंग की ताकत और नेचरली स्क्रीन पर उतरने वाली परफॉर्मेंस ने उन्हें दर्शकों के दिलों में हमेशा खास जगह दी है। इन दिनों वे अपनी मोस्ट अवेटेड वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन 3’ को लेकर सुर्खियों में हैं। अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुए इस शो का टीजर रिलीज होते ही दर्शकों में उत्सुकता की लहर दौड़ गई है। खबरों के मुताबिक, इस सीजन के लिए मनोज बाजपेयी ने करीब 20 करोड़ रुपये फीस ली है, जो उनकी लोकप्रियता और मेहनत का एक बड़ा प्रमाण है।
The Family Man मेरे पास पैसा नहीं है
The Family Man यूट्यूब शो ‘अनफिल्टर्ड विद समदिश’ में मनोज बाजपेयी ने कहा कि उन्हें उनकी मेहनत के हिसाब से उचित पैसा नहीं मिलता। उन्होंने अपने फैंस और दर्शकों के लिए यह बात साझा करते हुए कहा, “मेरे पास पैसा नहीं है। कोई भी ‘भोसले’ या ‘गली गुलियां’ जैसी फिल्म करके अमीर नहीं बन सकता।” यह बयान दर्शकों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है क्योंकि मनोज की काबिलियत और उनकी एक्टिंग की दुनिया में मान्यता किसी से छुपी नहीं है।
The Family Man जब इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि ‘फैमिली मैन जैसे बड़े शो के लिए क्या उन्हें शाहरुख या सलमान जैसी फीस नहीं मिलती?’ इस सवाल का जवाब मनोज ने बेबाकी से दिया। उन्होंने कहा, “नहीं, नहीं मिलती। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स भी आजकल के प्रोड्यूसर्स जैसे ही हो गए हैं। ये पैसा नहीं देते। अगर कोई इंटरनेशनल स्टार आ जाए, तो उसे दिल खोलकर पैसा देते हैं। लेकिन हम जैसे भारतीय कलाकारों को कम पैसे में ही काम करवाते हैं।”
सस्ते मजबूर बनकर रह गए हैं भारतीय कलाकार
मनोज बाजपेयी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए एक गहरी सच्चाई का खुलासा किया। उन्होंने कहा, “अगर किसी विदेशी एक्टर को कोई सीरीज करनी हो, तो उसे करोड़ों में फीस दी जाती है। लेकिन हमें उसी काम के लिए कम पैसे मिलते हैं। ये लोग सोचते हैं कि भारत में सस्ते कलाकार मिल जाएंगे। जैसे बड़ी-बड़ी ब्रांड्स चीन में फैक्ट्री लगाते हैं क्योंकि वहां सस्ते मजदूर मिल जाते हैं, वैसे ही हम भी ओटीटी इंडस्ट्री के लिए सस्ते मजदूर बनकर रह गए हैं।”
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोग मानते हैं कि मनोज जैसे बड़े और सम्मानित कलाकार को ज्यादा सम्मान और फीस मिलनी चाहिए। वहीं कुछ का कहना है कि भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के पास इंटरनेशनल लेवल की मार्केटिंग और फंडिंग अभी भी कम है, इसलिए फीस का अंतर होना लाजमी है।
दर्शकों और इंडस्ट्री के लिए एक संदेश
The Family Man मनोज बाजपेयी का यह इंटरव्यू केवल उनके निजी अनुभव की कहानी नहीं है, बल्कि यह इंडस्ट्री के बड़े मुद्दों को सामने लाता है। उनके शब्द यह दिखाते हैं कि मेहनत और टैलेंट के बावजूद सही मुआवजा पाना हर कलाकार के लिए आसान नहीं है। यह बात भारतीय ओटीटी इंडस्ट्री की संरचना और उसमें मौजूद असमानताओं की ओर भी इशारा करती है।
The Family Man के आने से पहले इस तरह के खुलासे दर्शकों के लिए सोचने वाली बातें हैं। यह याद दिलाता है कि हमारे पसंदीदा कलाकार भी संघर्ष करते हैं और उन्हें अपने काम का सही मूल्य मिलने की उम्मीद होती है।
मनोज बाजपेयी का यह खुलासा दर्शाता है कि प्रतिभा और मेहनत के बावजूद भारतीय कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की फीस नहीं मिलती। यह इंडस्ट्री में मौजूद असमानताओं को उजागर करता है और दर्शकों के लिए यह भी एक संदेश है कि वे अपने पसंदीदा कलाकारों के काम की कदर करें।
Disclaimer: यह आर्टिकल पूरी तरह से जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें व्यक्त विचार और बयान कलाकार के व्यक्तिगत इंटरव्यू से लिए गए हैं।