Cheteshwar Pujara retires from International Cricket से लिया संन्यास एक युग का अंत

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Cheteshwar Pujara retires from International Cricket से लिया संन्यास एक युग का अंत

Cheteshwar Pujara: क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन बेहद भावुक और खास है। भारतीय क्रिकेट की पारी के सबसे भरोसेमंद और शांतचित्त बल्लेबाजों में से एक, चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त, 2025 को अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। सोशल मीडिया के माध्यम से अपने संन्यास की घोषणा करते हुए पुजारा ने लिखा,

15 साल का गौरवमयी सफर

चेतेश्वर पुजारा ने 2010 में भारतीय टीम में पदार्पण किया था। इसके बाद उन्होंने 15 साल तक भारतीय क्रिकेट के लिए मेहनत और समर्पण का परिचय दिया। अपने करियर में पुजारा ने 103 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 7,195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 43.60 का रहा। एक दशक से अधिक समय तक, वह भारतीय टीम के नंबर 3 बल्लेबाज के रूप में सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी रहे।

Cheteshwar Pujara retires from International Cricket से लिया संन्यास एक युग का अंत

उनकी शांत और दृढ़ शैली ने उन्हें घरेलू और विदेशी दोनों प्रकार के मैचों में सफलता दिलाई। जून 2023 में ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच था। इस मैच ने उनके समर्पण और खेल के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाया।

एक भावुक नोट में साझा की अपनी कहानी

अपने रिटायरमेंट के नोट में पुजारा ने अपने जीवन और करियर के संघर्ष और उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने लिखा, “राजकोट जैसे छोटे शहर से, अपने माता-पिता के साथ मैंने सितारों को छूने का सपना देखा और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का ख्वाब संजोया था। मुझे तब अंदाजा भी नहीं था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा अनमोल अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार और सबसे बढ़कर अपने राज्य और इस महान देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका।”

उनके शब्दों में भारतीय जर्सी का महत्व, राष्ट्रगान का अर्थ और हर बार मैदान पर सर्वश्रेष्ठ देने की भावना झलकती है। उन्होंने अपने कोच, मार्गदर्शकों, बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन और सभी टीमों और क्लबों का आभार व्यक्त किया। पुजारा ने लिखा कि उनका मार्गदर्शन और समर्थन ही उन्हें आज यहां तक पहुंचा सका।

सोशल मीडिया पर भावनाओं का बयां

पुजारा के संन्यास की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों और क्रिकेट जगत के दिग्गजों ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। कई लोगों ने उनकी शांत और दृढ़ शैली की तारीफ की, तो कईयों ने उनके योगदान को भारतीय क्रिकेट के लिए अमूल्य बताया।

हालांकि पुजारा को उनके शानदार करियर के लिए कोई फेयरवेल मैच नहीं मिला, लेकिन उनके योगदान और संघर्ष हमेशा याद किए जाएंगे। उनकी खेल भावना, धैर्य और टीम के प्रति समर्पण उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनाता रहेगा।

पुजारा का क्रिकेट में योगदान

Cheteshwar Pujara ने केवल रन ही नहीं बनाए, बल्कि टीम के लिए संकट की घड़ी में महत्वपूर्ण विकेट बचाए और कठिन परिस्थितियों में भारतीय टीम को मजबूत आधार दिया। उन्होंने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण मैचों में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। उनके खेल के प्रति समर्पण और निरंतर प्रयास ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक स्थायी स्थान दिलाया।

Cheteshwar Pujara उनका करियर न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों से भरा रहा, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट की कहानी में स्थायी योगदान का प्रतीक भी है। उनकी शांत और स्थिर बल्लेबाजी ने कई युवा खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शन का काम किया।

संन्यास के बाद का जीवन

Cheteshwar Pujara retires from International Cricket से लिया संन्यास एक युग का अंत

हालांकि पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, लेकिन उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग भारतीय क्रिकेट के विकास में अनमोल योगदान देने के लिए किया जा सकता है। उनके आने वाले सालों में कोचिंग, मेंटरशिप और क्रिकेट के अन्य क्षेत्रों में सक्रिय रहने की संभावना है।

उनके करियर की यात्रा एक छोटे शहर के बच्चे के सपने से शुरू होकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने की कहानी है। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कठिन परिश्रम, धैर्य और समर्पण से कोई भी व्यक्ति अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है।

चेतेश्वर पुजारा का संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत है। उनका करियर समर्पण, दृढ़ता और अनुशासन की मिसाल रहा। उन्होंने न केवल रन बनाए, बल्कि भारतीय क्रिकेट की गरिमा को भी बनाए रखा। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और आने वाली पीढ़ियों के लिए वह प्रेरणा बने रहेंगे।

Disclaimer: यह लेख केवल सूचना और पत्रकारिता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें व्यक्त विचार और आंकड़े सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित हैं।

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