आईएएस बनने की तैयारी कैसे करें? : यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में होने वाले खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं। फिर भी सिविल सर्विसेज की तैयारी के प्रति लोगों का जुनून कम ही नहीं हो रहा। हर साल लाखों युवा इसमें अपना पंजीकरण करवाते हैं और परीक्षा में भी बैठते हैं। लेकिन परीक्षा की तैयारी के दौरान कई उम्मीदवार कोचिंग सेंटर्स या नोट्स को भी परचेज करते हैं तो उन सभी में कितना खर्चा आता है या सिविल सेवा की तैयारी का कॉस्ट बेनिफिट क्या है?
सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी में होने वाले खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं। फिर भी सिविल सर्विसेज की तैयारी के प्रति लोगों का जुनून कम ही नहीं हो रहा। यह आईएएस कोचिंग की मोटी फीस और मेट्रो स्टेशन में रहने का खर्च भी आईएएस बनने की इच्छा रखने वालों की परीक्षा की तैयारी के लिए यहां आने से नहीं रोक पाता। यह आश्चर्यजनक है। सभी आईएएस शैक्षणिक हबों की सफलता के पीछे मुख्य कारण सिविल सेवा परीक्षा के साथ जुड़े दीर्घकालिक आकर्षक लाभ है।
आईएएस की पढाई में कितना खर्च होता है?
यदि प्रमुख शहरों में सिविल सर्विसेज की तैयारी पर लागत या लाभ विश्लेषण किया जाए तो यह खर्चों का वर्गीकरण, अध्ययन स्थान यानी आप कहां और किस शहर में रह रहे हैं। मार्गदर्शन का प्रकार यानी कोचिंग या बिना कोचिंग के और प्रयासों की संख्या के आधार पर किया जा सकता है।
सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि जिस स्थान से आप परियोजना या कोचिंग इंस्टीट्यूट होते हैं, उसी के अनुसार इनका खर्च तय किया जाता है। आप अपने आईएएस की तैयारी की शुरुआत के लिए किस स्थान या शहर का चुनाव करते हैं, इसके आधार पर लागत अलग – अलग होती है।
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उदाहरण के लिए आम जरूरत की चीजों जैसे कमरे का किराया, तीन बार का खाना, बिजली, पानी और परिवहन का खर्चा। इंदौर, जयपुर या चंडीगढ़ जैसे शहरों की तुलना में नई दिल्ली और लखनऊ जैसे मेट्रो स्टेशनों में अधिक होगा। नई दिल्ली में आईएएस की तैयारी के लिए प्रमुख क्षेत्र अधिकांशतः पॉश कॉलोनियों में हैं और इसलिए यहां रहने का खर्चा बहुत अधिक आता है।
यदि हम औसत लें तो न्यू राजेन्द्र नगर में सारी अनिवार्य सुविधाओं के साथ कोचिंग केंद्र के पास एक कमरे का खर्चा 15 हज़ार रुपये होगा। वहीं लाइब्रेरी और इंटरनेट कनेक्शन का खर्च भी अलग आएगा। दूसरी तरफ अगर मुखर्जी नगर और अन्य स्थानों में सभी सुविधाएं देखें जैसे किराया, बिजली, पानी, खाना के साथ एक कमरे का खर्च करीब 10 हज़ार रुपए तक का आ सकता है।
दिल्ली के अलावा अन्य शहरो में आईएएस की तैयारी में कितना खर्च होता है?
इस बीच यदि आप राजधानी के अलावा अन्य शहरों जैसे इलाहाबाद, जयपुर, अहमदाबाद और इंदौर में तैयारी करने का फैसला करते हैं तो संभव है कि आप कुछ पैसे बचा सकते हैं। एक नए शहर में रहने में इन खर्चों के अलावा अच्छी कोचिंग, परिवहन और स्टडी नोट्स जैसे अन्य खर्चे भी करने होते हैं।
एक और आकर्षक विकल्प है कि आप घर बैठकर भी इसकी तैयारी कर सकते हैं। बीते कुछ वर्षों में कई उम्मीदवारों ने यह विकल्प भी अपनाया है। यदि सभी मूल सुविधाओं जैसे भोजन और अन्य चीजों के बारे में चिंता न करनी पड़े तो एक छात्र के लिए पढ़ाई पर ध्यान लगाना अधिक सुविधाजनक हो जाता है।
घर पर रहकर आईएएस की तैयारी करने के लिए सभी उम्मीदवारों को अच्छे कनेक्शन के साथ इंटरनेट और कड़ी मेहनत करने की इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। इसके अलावा दोस्तों आप ऑनलाइन कोचिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं या किसी नए शहर में जाकर कोचिंग करने के मुकाबले सस्ता विकल्प है।
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एक अच्छा पोस्टल कोर्स। अध्ययन सामग्री और कंप्रिहेंसिव टेस्ट सीरीज सभी कुछ तैयारी और समय के अनुसार किया जा सकता है। संक्षेप में कहें तो एक प्रत्याशी अपने आईएएस तैयारी का निर्माता खुद होता है या होती है। वहीं दोस्तों आईएएस परीक्षा के लिए भारत में असंख्य कोचिंग संस्थान हैं लेकिन उनमें से बहुत ही कम ऐसे हैं जो उचित मार्गदर्शन और सिविल सर्विसेज के पूरे पाठ्यक्रम की पढ़ाई करवाती हैं।
दूसरी तरफ उनमें से ज्यादातर समय काटते हैं और पैसा बनाते हैं। यदि आप अपने घर से दूसरे शहर सिर्फ पढ़ाई के लिए जाते हैं, ऐसा आमतौर पर बेहतर कोचिंग सुविधाओं के कारण होता है। तो आप शीर्ष रेटिंग वाले कोचिंग संस्थान में दाखिला लेना चाहेंगे और यदि आप इन सभी कोचिंग संस्थानों के फीस संरचना का विश्लेषण करेंगे तो आपको एक भी ऐसा प्रमुख कोचिंग केंद्र नहीं मिलेगा जो पूरी अध्ययन सामग्री के लिए ₹50,000 से लेकर ₹1 लाख तक की फीस की मांग न करे।
अन्य कोर्स जैसे लेख, टेस्ट सीरीज और करंट अफेयर्स के पूरे अध्ययन के लिए फीस संरचना करीब 40 हज़ार से लेकर 50 हज़ार रुपए है। तो यहां मैं आपको यह बता दूं कि अगर आप कोचिंग का चयन करते हैं तो वह कम से कम किस कोर्स का करते हैं। उसके अकॉर्डिंग भी कितनी फीस लगती है। आइए मैं आपको यह बताता हूं।
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प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए पूरे कोर्स हेतु 70000 से 1,00,00 रूपये । वैकल्पिक विषय की कोचिंग के लिए 30000 से 50000 रूपये। प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा की टेस्ट सीरीज के लिए 10000 से 20000 रूपये। वहीं निबंध सीसैट, अंग्रेजी का अनिवार्य पेपर और क्षेत्रीय भाषा जैसे कुछ कोर्स के लिए अलग कोचिंग के लिए 10000 से 20000 रुपया तक का खर्चा आता ही है। वहीं करंट अफेयर्स और पत्रिकाओं पर कुछ विशेष कोर्स 5000 से 10000 रुपये में आ जाते हैं।
अलग – अलग जगह की फीस की संरचना में थोड़ा अंतर तो हो सकता है, लेकिन यदि एक रेंज सेट करनी पड़े तो बताए गए सभी प्रासंगिक कोर्स के साथ यूपीएससी के लिए कोचिंग का पूरा खर्चा करीब ₹1.5 से ₹2 लाख के बीच में होना चाहिए। इसके अलावा सभी मानक किताबें, मासिक और वार्षिक पत्रिकाएं, दैनिक अखबार, प्रिंटेड नोट्स और सभी विषयों के हल किए हुए पेपर्स जैसे अध्ययन सामग्री का खर्च भी वहन करना होगा।
पहले प्रयास में ही निकाले आईएएस का एग्जाम।
- पहला प्रयास हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रयास होता है। हर अगले प्रयास के साथ ऊर्जा और उत्साह कम होते जाते हैं और खर्च भी। अब आप नौसिखिये होते हैं तो आपको अधिक मार्गदर्शन की जरूरत होती है क्योंकि देश के सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी आपके लिए बिल्कुल नई बात होती है। इसलिए घर से दूर रहने और सामान्य अध्ययन के साथ साथ वैकल्पिक अध्ययन के लिए कोचिंग आमतौर पर पहले प्रयास में करनी होती है। जैसे ही आप अपने दूसरे या तीसरे प्रयास में पहुंचते हैं, ज्यादातर उम्मीदवार घर वापस जाने और वहीं से अपनी पढ़ाई जारी रखने का विकल्प चुन लेते हैं।
- इस समय पैसा टेस्ट सीरीज, नवीनतम करंट अफेयर्स सामग्री और कुछ छोटे कोर्स पर खर्च की जाती हैं ताकि परीक्षा से पहले आप अपनी कौशल को धार दे चुके हों। कुछ उम्मीदवार नए ट्रेंड के साथ आईएएस की तैयारी को सुव्यवस्थित रखने के लिए ऑनलाइन कोर्स के क्रैश कोर्स का विकल्प भी चुन सकते हैं।
- ऐसा चौथे या पांचवें प्रयास में देखा जाता है। हालांकि आईएएस की तैयारी में समय और कड़ी मेहनत के अलावा किसी भी दूसरे चीज को खर्च करने के लिए कोई अनिवार्य जरूरत नहीं है, लेकिन यह आप पर निर्भर करता है कि आप यूपीएससी की तैयारी के लिए कितने गंभीर हैं। यदि आपके पास अच्छी कनेक्टिविटी वाला इंटरनेट है तो आपको कोचिंग की भी जरूरत नहीं है।
- प्रत्येक करियर में कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस होता है, लेकिन उम्मीदवारों को इस बात का विश्लेषण करने की जरूरत है कि क्या वह उतनी मेहनत कर सकते हैं। यदि आप में भी लोगों की सेवा करने का इरादा रखती हैं तो इससे बहुत अधिक व्यक्तित्व, संतुष्टि और उपलब्धि मिलती है। देश में सिविल सर्विसेज सभी पहलुओं में अद्वितीय करियर है। अगर शुरुआत में थोड़ा पैसा खर्च हो भी रहा है तो इतना तो यकीन है कि आप एग्जाम को पास करके उसे वापिस कमा सकते हैं।
- तो दोस्तों यह था हमारा आज का सिविल सेवा में आने के खर्चे का सभी रूप से एनालाइसिस। उम्मीद करते हैं कि आपको यह सारी बातें क्लियर हो गई होंगी। अगर अभी भी आपका कोई डाउट है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के उसका जवाब पूछ सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द हम आपके प्रश्नों का उत्तर जरूर देंगे। तो दोस्तों इसी के साथ अगर आप भी सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं तो आप अपना खर्च कमेंट बॉक्स में जरूर बताइये।
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निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आईएएस की तैयारी में कितना खर्च आता है? और आईएएस बनने की तैयारी कैसे करें? के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिस की है । फिर भी अगर आपको इस पोस्ट से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेन्ट करके पूछ सकते है और यह जानकारी आपके लिए हेल्पफुल रही हो तो अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें ।